बंधुओं आजकल भ्रष्टाचार की चर्चा जोरों पर है। मुझे लगता है कि किसी के भी पक्ष-विपक्ष में जाने के साथ भ्रष्टाचार की अवधारणा एवं उसके विभिन्न रूपों की भी समझ साफ कर लेनी चाहिये। यह क्या हुआ कि मेरा वाला ठीक, तेरा वाला गंदा। मैं गटक-गटक और तू कर थू-थू।
इसीलिये अवधारणा संबंधी एक खुली बहस में आप भी आमंत्रित हैं। 21 रोज के अंतराल पर मुख पृष्ठ के बाद सभी जानकारियां एवं टिप्पणियां भ्रष्टाचार की चर्चा नामक स्वतंत्र पृष्ठ पर डाल दी जायेंगी।
मुख्य विचारणीय विंदु हैं -
1 भ्रष्टाचार की मूल अवधारणा
2 आपकी समझ में भ्रष्टाचार और क्यों
3 क्या यह भ्रष्टाचार नहीं है? नहीं तो क्यों?
4 भ्रष्टाचार की समझ पर कोई भी प्रश्न?
5 आपके विचार
I was very encouraged to find this site. I wanted to thank you for this special read. I definitely savored every little bit of it and I have bookmarked you to check out new stuff you post.
जवाब देंहटाएंGood efforts. All the best for future posts. I have bookmarked you. Well done. I read and like this post. Thanks.
जवाब देंहटाएंThanks for showing up such fabulous information. I have bookmarked you and will remain in line with your new posts. I like this post, keep writing and give informative post...!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंThanks for writing in such an encouraging post. I had a glimpse of it and couldn’t stop reading till I finished. I have already bookmarked you.
जवाब देंहटाएं@andaman tour booking- it is well understood that you have bookmarked the blog and you are enjoing the information being published, then isn't it useless for you to write the same comment saying i have bookmarked i have bookmarked....?
जवाब देंहटाएं