tag:blogger.com,1999:blog-5651802831794528760.post8571711269955261668..comments2023-03-25T07:15:30.671-07:00Comments on बहुरंग: एक था मैत्री क्लबRavindra Kumar Pathakhttp://www.blogger.com/profile/12945754377921700571noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5651802831794528760.post-33312462616990689762014-11-22T07:07:38.483-08:002014-11-22T07:07:38.483-08:00जहां तक मुझे याद है, एक नियम था किसी पत्र-व्यवहार ...जहां तक मुझे याद है, एक नियम था किसी पत्र-व्यवहार करने वाले मित्र के पत्र का उत्तर देना। एक अन्य नियम किसी स्थान से आने वाला मित्र अगर पूर्वसूचना देकर रहने के भाड़े के किसी स्थान की व्यवस्था करने के लिए आग्रह करे तो उनके लिए उनकी स्थिति के अनुरूप व्यवस्था कर देना।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01550952289737739051noreply@blogger.com